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(पतरस अपनी बात आगे बढाता है)

वह वचन तुम जानते हो

“वचन” का आशय “वचन” से ही है

जो सब का प्रभु है

इसमें यहूदी और गैर-यहूदी सभी लोग शामिल हैं।

तुम जानते हो

आशय कुरनेलियुस और उसके पाहुनों से है (बहुवचन)

वह वचन तुम जानते हो

अर्थात “उसके सभी काम जानते हो”