hi_tn/act/07/35.md

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स्तिफनुस में शुरू किये परिषद् के संबोधन और अपने मत के पक्ष में आगे कहता है कि

35-38 तक, वचन में मूसा के विषय में आपस में सम्बंधित वाक्यों की श्रृंखला है। हर वाक्य की शुरुआत “जिस मूसा” या “यह वही मूसा”, अथवा यह वही है” जैसे शब्दों से होती है। संभव हो तो मूसा को उजागर करने के लिए ऐसे ही कथनों का प्रयोग करें।

जिस मूसा को उन्होंने यह कह कर नकारा था

यहाँ पर में घटित हुई घटना का सन्दर्भ है

तुझे किसने हम पर हाकिम और न्यायी ठहराया?

इसका अनुवाद करते समय में किये अनुवाद का सन्दर्भ लें

हाकिम और छुड़ानेवाला ठहराकर

“उन पर शासन करने और उन्हें दासत्व से छुडाने”

उस स्वर्गदूत के द्वारा

“स्वर्गदूत के माध्यम से”

चालीस वर्ष तक

“बीहड़ में इस्राएलियों के चालीस सालों के वास के दौरान”

तुम्हारे भाइयों में से

“तुम्हारे अपने लोगों में से” (यूडीबी)