“हम इस आश्चर्यकर्म को नकार नहीं सकते।” यरूशलेम का हर व्यक्ति उस व्यक्ति की चंगाई के बारे में जान गया था।।
अर्थात पतरस व पौलुस
“किसी से और कुछ न कहें”