में शुरू किये यहूदियों के संबोधन को पतरस आगे बढाता है
“परमेश्वर की ओर फिरो”
“जिस से प्रभु तुम्हें सामर्थ्य दे।”
“दूर किये” अथवा “रद्द कर दिए”