hi_tn/act/01/09.md

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उनके देखते-देखते

“उसके शिष्य आकाश की ओर देख रहे थे कि”

बादल ने उसे उनकी आँखों से छिपा लिया

“वह बादलों में चला गया, और एक बादल ने उसे छिपा लिया और उसे आँखों से ओझल कर दिया।”

वे आकाश की ओर ताक रहे थे

“आकाश की ओर टकटकी लगाये थे” अथवा “वे आकाश की ओर एकटक देख रहे थे”

हे गलीली पुरुषों

विशेषकर “तुम शिष्यों।” हालाँकि स्वर्गदूतों ने बातचीत शिष्यों से की थी, लेकिन अन्य पदों से इस बात के संकेत मिलते हैं कि इस घटना के समय दूसरे स्त्री व पुरुष भी मौजूद थे।

तुम क्यों खड़े स्वर्ग की ओर देख रहे हो?

यूडीबी के समान इस आलंकारिक प्रश्न को एक कथन के रूप में अभी अनूदित किया जा सकता है।