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यह मुझ से दूर हो

सत्यता में मैं ऐसा कभी नहीं करूँगा

कि मैं निगल जाऊँ या नष्ट करूँ

कि मैं आपके शहर को निगल जाऊँ या नष्ट करूँ

निगल जाऊँ या नष्ट करूँ

जगर को नाश या बरबाद करूँ

विरूध हाथ उठाया है

बगावत की है या विरोधता की है।

केवल उसी को सौंप दो

इस पुरूष को हमें सौंप दो।

मैं नगर को छोड़कर चला जाऊँगा

हम इस नगर को छोड़कर चले जाएँगे

उसका सिर…फेंक दिया जाएगा

हम उसके सिर को फेंक देंगे।

तब स्त्री अपनी बुद्धिमानी से सब लोगों के पास गई

फिर इस बुद्धीमान स्त्री ने सब लोगों से बातें की

सब लोग अपने डेरे को गए

हर एक मनुष्य अपने घर को चले गये।