नंगे पाँव
बिना चप्पल या बूट पहने।
सिर ढाँके
यह शर्मिन्दगी और दुख का चिन्ह था।
अहीतोपेल
यह एक पुरूष का नाम है।
राजद्रोहियों
वो लोग जो बगावत के लिए इकट्ठा होते हैं
अहीतोपेल की सम्मति को मूर्खता बना दे
कृप्या अहीतोपेल के मशवरे को मूर्खता और असफल बना दे।