अबशालोम उस से उसकी समस्या पूछता, वो व्यकति उसे बता देता, फिर अबशालोम उस से कहता था।
इन दोनों बातों का एक ही मतलब है ऐसा इस लिए कहा जाता था की यह मामला सही है।
तेरा न्याय करने वाला।