इस से कहानी की अगली घटना का परिचय किया गया है
उसके आदर के लिए आगे-आगे दौड़नेवाले पचास आदमी
जब कोई व्यकति अबशालोम से बात करता तो उसे आदर देने के लिए वो उसे ”तेरा दास” कहता।