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यह पहले जान लो
“यह समझना सबसे महत्त्वपूर्ण है”
“उसके आने की प्रतिज्ञा कहाँ गई?”
हंसी-ठट्ठा करने वाले व्यंगपूर्ण पूछ रहे हैं और किसी उत्तर की अपेक्षा नहीं कर रहे। पर: “प्रतिज्ञा कि मसीह वापिस आएगा सच नहीं है।“
सब कुछ वैसा ही है जैसा सृष्टि के आरम्भ से था
यह आदम के पतन से लेकर जीवन के मूल क्रम के सन्दर्भ में है। लोग पैदा होते और मर जाते हैं। वे विवाह करते और उनका विवाह किया जाता है। संघर्ष और पाप निरन्तर बने हुए हैं। पर: “जीवन की कठिनाइयाँ आरम्भ से वही हैं, मसीह का राज्य हमारा जीवन सरल बनाने के लिए नहीं आया है।“