hi_tn/2ki/22/17.md

1.5 KiB

सामान्य जानकारी

यहोवा ने यह संदेश राजा जोशियाह को हुल्दा नबी दासी के द्वारा भेजा।

मेरी जलजलाहट इस स्थान पर भड़केगी और फिर शान्त न होगी।

“मेरा क्रोध इस स्‍थान के विरुध एक आग के समान है जिसको बुझाया नहीं जा सकता”

इस स्थान

“यह लोग”

इसलिए कि तू वे बातें सुनकर

“उस संदेश के विषय में जो तुमने सुना था”

इसलिए कि तू दीन हुआ,

“इस लिऐ की तुमने अपनी गलती को मान लिया”

लोग चकित होंगे, और श्राप दिया करेंगे

“कि, मैं उनको श्रापित करूँगा और देश को उजाड़ बना दूँगा”

अपने वस्त्र फाड़कर

“यह वाक्‍यांश उदासी और निराशा को दर्शाता है”

यहोवा की यही वाणी है।

”यह वही है जो मैं कहता हूँ”