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सामान्य जानकारी

रबशाके अश्‍शूर के राजा का संदेश राजा हिजकिय्‍याह के पुरषों को बताना जारी रखता है।

तू किस पर भरोसा करता है?....तू किस पर भरोसा रखता है कि तूने मुझसे बलवा किया है?

“किसी पर भी भरोसा मत करो। तुम ने मेरा विरोध करने में मूर्खता दिखाई है।

तू तो उस कुचले हुए नरकट अर्थात् मिस्र पर भरोसा रखता है,

“कमजोर मिस्र पर भरोसा रखते है”

यदि कोई टेक लगाए,.... छेदेगा

“यदी कोई इसका उपयोग सहायता के लिए करता है वह घायल हो जायगा”