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सामान्य जानकारी

यहूदा के राजा यहोराम की मृत्यु हो जाती है और उसका पुत्र अहज्याह राजा बन जाता है।

अतः एदोम यहूदा के वश से छूट गया, और आज तक वैसा ही है।

तो उसके बाद, एदोम अब यहूदा द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता था, और यह अभी भी ऐसा ही है।

यहूदा के वश

यहूदा के अधिकार से।

आज तक वैसा ही है।

उस समय जब यह पुस्तक लिखी गई थी।

उस समय लिब्ना ने भी यहूदा की अधीनता छोड़ दी।

उसी समय के दौरान, लिब्ना भी यहूदा के राजा के खिलाफ विद्रोह कर रहा था।

लिब्ना

लिब्ना के लोग।

योराम के और सब काम और जो कुछ उसने किया, वह क्या

यहोराम के इतिहास के बारे में और अधिक जाने के लिए और उसने कया किया।

पुस्तक में नहीं लिखा है… यहूदा?

ये बातें लिखी गई हैं

अन्त में योराम मर कर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उनके बीच दाऊदपुर में उसे मिट्टी दी गई

यहोराम की मृत्यु हो गई, और उन्होंने उसे अपने पुरखों के साथ दफना दिया।

उसका पुत्र अहज्याह उसके स्थान पर राज्य करने लगा।।

“तब यहोराम का पुत्र अहज्याह, उसकी मृत्यु के बाद राजा बन गया"।