ऐसा तब हुआ जब परमेश्वर ने आरामी सैनिकों को यह सोचने के लिए प्ररीत किया कि उन्होनें एक बड़ी दुश्मन सेना को अपने शिविर के पास आते सुना।
यह सूरज ढलने के बाद की शाम को दर्शाता है, लेकिन अंधेरा होने से पहले।