hi_tn/2ki/06/30.md

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उस स्त्री की ये बातें सुनते ही

सुनकर स्त्री ने बताया कि उसने और दूसरी स्त्री ने क्या किया था।

राजा ने अपने वस्त्र फाड़े

उन्होंने दु:ख में अपने कपड़े फाड़े।

वह तो शहरपनाह पर टहल रहा था

वह शहर की दीवार पर चल रहा था जब औरत उसे अब में बाहर बुलाया वह इसके साथ चलना जारी रखा।

तब उनको यह देख पड़ा कि वह भीतर अपनी देह पर टाट पहने है।

वह अपने बाहरी बागे के नीचे टाट का कपड़ा पहने हुए था कयोंकि वह बहुत परेशान था।

तो परमेश्‍वर मेरे साथ ऐसा ही वरन् इससे भी अधिक करे।

परमेश्‍वर मुझे मार और मुझे सजा दे।

यदि मैं शापात के पुत्र एलीशा का सिर आज उसके धड़ पर रहने दूँ,

अगर आज मेरे सिपाही शापात के पुत्र एलीशा का सिर धड़ से अलग न कर दें