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आदर कर

"...प्रावधान करें..."

सचमुच विधवा है

सचमुच विधवा है - “जो विधवाएं आवश्यकता-ग्रस्त हैं” या “जिन विधवाओं का कोई नहीं है”।

किसी विधवा के बच्चे या नाती पोते हों

“परन्तु जिस विधवा के बच्चे....”

पुत्र

“जिसे वह अपनी सन्तान मानती है” या “कोई उसके साथ मां का सा व्यवहार करता है”,

नाती पोते

“जिसे वह अपना वंशज मानती है” या “इसे कोई मां या नानी-दादी कहता है”।

वे पहले

वे पहले “उन्हें पहले” या “वे अपनी प्रथामिकता मानें”

भक्ति का बर्ताव

“अपनी श्रद्धा प्रकट करें” या “भक्ति प्रकट करे” या “धर्म को सिद्ध करे” या “कर्तव्य निभाना सीखें”।

अपने ही घराने

अपने ही घराने - “अपने परिवार में” या “अपने परिवार के सदस्यों के साथ”

माता-पिता को उनका हक दें।

माता-पिता को उनका हक दें। - “माता-पिता का ऋण चुकाएं” या “अपने माता-पिता द्वारा की गई भलाई का बदला चुकाएं”

क्योंकि यह परमेश्वर को भाता है

“वे ऐसा करते हें तो परमेश्वर प्रसन्न होता है” या “सम्मान को ऐसा प्रदर्शन परमेश्वर को प्रसन्न करता है”।