क्या यह वही दाऊद नहीं है, जिसके विषय में लोग नाचते और गाते हुए कहते थे एक दूसरे से कहते थे, शाऊल … लाखों
“तुम्हे दाऊद पर भरोसा नहीं करना चाहिए, क्या ये वही नहीं है जिसके बारे में उन्होने नाचते हुए गाया था कि , ‘शाऊल ने…लाखों को!”
हजारों…लाखों
1000 ... 10,000