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तेरा प्राण आज मेरी दृष्टि में प्रिय ठहरे

मैंने तेरे जीवन को बहुत मुल्यवान जाना है

वैसे ही मेरा प्राण भी यहोवा की दृष्टि में प्रिय ठहरे

इसी प्रकार यहोवा भी मेरे जीवन को मुल्यवान समझे

तू धन्य है

यहोवा तुम्हे आशिष दे

हे मेरे बेटे

शाऊल दाऊद का वास्तविक पिता नहीं था। शाऊल उसके पिता के समान इस लिए बात करता है ताकि दाऊद समझे कि वो उसे वैसे ही प्रेम है और उसका आदर करना चाहता करता है, जैसे दाऊद उस से आदर और प्रेम करता है।