hi_tn/1pe/01/15.md

419 B

एकमात्र

“परमेश्वर”

बिना पक्षपात के

“निष्पक्ष रूप से”

अपने परदेशी होने का समय भय से बिताओ

“पृथ्वी पर अपने रहने के समय के दौरान परमेश्वर के लिए आदर सहित रहो”