फिर अब तू कहता है, ‘जाकर अपने स्वामी से कह, कि एलिय्याह मिला है!’
“जाकर अपने स्वामी से कह, कि एलिय्याह यहां है!’
अपने स्वामी
यहां “स्वामी” अहाब राजा को कहा गया।
उसके जीवन की शपथ
यह शपथ है जो ब्यान करती है की वो जो कहेगा सच होगा।
जिसके सामने मैं रहता हूँ
“जिसकी मैं सेवा करता हूँ”