hi_tn/1ki/10/06.md

608 B

मैंने अपने देश में सुनी थी

“मैंने सुनी जब मैं अपने देश में थी”

“तेरे कामों और बुद्धिमानी

“तेरी बुद्धिमानी की बातें”

अपनी आँखों से यह न देखा

“मैंने देख लिया है”

परन्तु इसका आधा भी मुझे न बताया गया था

“लोगों ने मुझे बहुत कम बताया”