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पीतल के चार पहिये और पीतल की धुरियाँ बनीं
“पीतल के चार पहिये और पीतल की दो धुरियाँ“
चारों कोनों से
“हर आधार के चार कोनें”
आधार के पास झालरें बनी हुई थीं
“हुराम ने कुंडली दार झालरों के टुकड़ों से उसे आधार दिया”
डेढ़ हाथ…एक हाथ
“लगभग 70 सेंटिमिटर…लगभग 50 सेंटिमिटर”
हौदी का मुँह
यहां “हौदी का मुँह“ उस हिस्से को दिखाता हे जो आधार के ऊपर लगा है जिसने हौज को पकड़ रखा है।
उनकी पटरियाँ चौकोर थीं
“आधार की पटरियाँ चौकोर थीं”