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सामान्य जानकारी:

सुलैमान राजा हीराम से भवन बनाने के लिए बात करता हैं

हीराम ने हमेशा दाउद से प्रेम किया

“हीराम हमेशा से दाउद का करीबी मित्र रहा”

यहोवा ने उसके शत्रुओं को उसके पाँव तले कर दिया।

“यहोवा दाऊद के शत्रुओं को हराने के लिए उसकी मदद कर रहा था”

यहोवा के नाम के लिए

“जिससे लोग यहोवा की महिमा करें”।

चारों ओर लड़ाइयों में उलझा रहा

“क्योंकि वो हर तरफ से शत्रुओं से लड़ रहा था”।

यहोवा उसके शत्रुओं को उसके पाँव तले कर रहा था।

“यहोवा दाउद की इस कदर मदद कर रहा था कि वो पुरी तरह अपने शत्रुओं को मिटा दे”।