hi_tn/1jn/04/15.md

1.4 KiB

जो कोई भी मान लेता है कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है

"वे जो यीशु के विषय में सत्य बोलते हैं, कि वह परमेश्वर का पुत्र है." (युडीबी)

परमेश्वर उसमें बना रहता है और वह परमेश्वर में

देखें इसका अनुवाद में किस प्रकार किय गया था

परमेश्वर प्रेम है

परमेश्वर प्रेम है - यह एक रूपक है जिसका अर्थ है "परमेश्वर का स्वभाव प्रेम है."

और वह जो प्रेम में बना रहता है परमेश्वर में बना रहता है, और परमेश्वर उसमें बना रहता है

इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है "वे जो दूसरों से प्रेम करना जारी रखते हैं उनका परमेश्वर से निकट सम्बन्ध होता है और परमेश्वर का उनसे निकट सम्बन्ध होता है।" )