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प्रेरित यूहन्ना ने यह विश्वासियों (मसीहियों) को लिखा था।
जो आदि से था
वाक्य "वह जो आदि से था" का अभिप्राय यीशु से है, जो कि सब कुछ रचे जाने से पहले था। इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है "हम तुम्हें उस एक के विषय में लिख रहे हैं जो सभी चीज़ों की रचना से पूर्व भी अस्तित्व में था।"
आदि
"सभी चीज़ों के आरम्भ से" या "संसार की रचना"
जिसे हमने सुना है
वाक्य "जिसे हमने सुना है" का तात्पर्य यीशु ने जो उन्हें सिखाया है उससे है। इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है कि "हमने उसे सिखाते हुए सुना है।"
हम
हम - पद 1 और 2 में, शब्द "हम" का अभिप्राय यूहन्ना और उन लोगों से है जो यीशु को जानते थे जब वह पृथ्वी पर था, पर इनमें वे लोग शामिल नहीं हैं जिन्हें यूहन्ना यह पत्र लिख रहा है.
जिसे हमने अपनी आँखों से देखा है, जिस पर हमने विचार किया है।
"हमने स्वयं उसे देखा है."
और हमारे हाथों ने छुआ
"हमने उसे अपने हाथों से छुआ है"
जीवन का वचन
इसका अभिप्राय यीशु से है. "यह वही है जो लोगों के अनंतकाल के जीवन का कारण है."
जीवन प्रगट हुआ
यह "यीशु" के संसार में आने के सन्दर्भ में है. इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है कि "परमेश्वर ने उसे संसार में भेजा"
और हमने उसे देखा है
"और हमने उसे देखा"
और गवाही देते हैं
"और तुम्हें उसके विषय में बता रहे है"
अनंतकाल का जीवन
यह वाक्य भी यीशु के सन्दर्भ में है , जो हमारे अनंतकाल के जीवन का कारण है। इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है कि "वह हमारे अनंतकाल के जीवन का कारण बनता है।"
जो पिता के साथ था
"वह पिता परमेश्वर के साथ था"
और हम पर प्रगट किया
"पर वह हमारे बीच में रहने के लिए आया" (युडीबी)