स्तिफनास उस कलीसिया का सर्वप्रथम विश्वासी था।
पौलुस उनसे आग्रह करता है कि वे वहां विश्वासियों की सेवा करने वालों का सम्मान करें धर्मवृद्ध स्वरूप मानकर उनके अधीन रहें।