hi_tn/1co/13/01.md

1.2 KiB

स्वर्गदूतों की बोलियां

इसके संभावित अर्थ हैं 1) “पौलुस प्रभाव डालने के लिए अतिशयोक्ति काम में ले रहा है परन्तु उसके विचार में मनुष्य स्वर्गदूतों की भाषा नहीं बोल सकते। या 2) “पौलुस के विचार में कुछ लोग जो अन्य भाषा बोलते हैं, स्वर्गदूतों की भाषा बोलते हैं।

मैं ठनठनाता हुआ पीतल और झनझनाती हुई झांझ हूं।

“मैं उन संगीत वाद्यों के सदृश्य हूं जो क्रोध दिलानेवाली ध्वनि उत्पन्न करते हैं

अपनी देह जलाने के लिए दे दूं

प्राचीनतम अभिलेख में इस प्रकार लिखा है, “कि मैं गर्व से कह सकूं”।