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मैं बड़े संकट में पड़ा हूँ

“मैं एक बहुत बड़ी मुसीबत मे हूँ”।

मैं यहोवा के हाथ में पड़ूँ, क्योंकि उसकी दया बहुत बड़ी है; परन्तु मनुष्य के हाथ में मुझे पड़ना न पड़े

“मुझे यहोवा के नियंत्र में आने दो, बजाय लोगों के नियंत्र के, यहोवा बहुत दयालु है“।

और सत्तर हजार पुरुष मर मिटे

“और 70,000 लोग की मृत्यृ‍ हुई”।

मुझे पड़ना न पड़े

तो उसने अपना फैसला बदल लिया।

अपना हाथ खींच ले

यहोवा दूत को लोगों को नाश कर–कर मारने से रोक देते है।

यहोवा का दूत पास खड़ा था

यहोवा के दूत एक पुरुष के पास खड़ा दिखाई देता है

ओर्नान

यह एक पुरुष का नाम है।