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नाहाश… हानून

यह पुरुषों के नाम है।

मुझ पर प्रीति दिखाई थी… दिखाऊँगा

“मैं दयालु रहुंगा… दयालु था”।

शान्‍ति

“आराम”।

दाऊद ने जो तेरे पास शान्ति देनेवाले भेजे हैं, वह क्या तेरी समझ में तेरे पिता का आदर करने की मनसा से भेजे हैं?

“तुम्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि दाऊद तुम्हारे पिता का आदर कर रहा है क्योंकि उसने आदमियों को तुम्हें दिलासा देने के लिए भेजा है“।

क्या उसके कर्मचारी इसी मनसा से तेरे पास नहीं आए, कि ढूँढ़-ढाँढ़ करें और नष्ट करें, और देश का भेद लें?”

निक्ष्चित रूप से उनके सेवक भूमि को उखाड़ फेंकने के लिए तुम्‍हारे पास आते है।