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2021-08-16 19:58:42 +00:00
# x
2017-08-29 21:40:57 +00:00
(पतरस अपना बोलना जारी रखता है)
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# कोई अपवित्र या अशुद्ध वस्तु मेरे मुंह में कभी नहीं गयी
2017-08-29 21:40:57 +00:00
स्पष्ट है कि पात्र में वे जानवर थे जिन्हें यहूदी व्यवस्था के अनुसार खाना वर्जित था।
2021-08-16 19:58:42 +00:00
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# कोई अपवित्र या अशुद्ध
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कोई अपवित्र या अशुद्ध यहाँ भोजन की “अपवित्र या अशुद्ध” वस्तुओं की बात हो रही है।
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# मेरे मुंह में कभी नहीं गयी
2021-08-16 19:58:42 +00:00
मेरे मुंह में कभी नहीं गयी अर्थात “मैंने कभी नहीं खाई।”
# जो कुछ परमेश्वर ने शुद्ध ठहराया है, उसे अशुद्ध मत कह
अर्थात “जो पशु परमेश्वर ने शुद्ध ठहराए हैं, उन्हें अशुद्ध मत कह।”
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# अशुद्ध
2021-08-16 19:58:42 +00:00
पुराने नियम की यहूदी व्यवस्था के अनुसार एक व्यक्ति कई तरह से अशुद्ध हो जाता था, जैसे कि वर्जित जानवरों को खाना आदि।