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2017-08-29 21:40:57 +00:00
# तेजोमय प्रभु
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“यीशु महिमामय प्रभु”
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# आंखों ने नहीं देखी और कान ने नहीं सुनी, ...चित्त में नहीं चढ़ी।
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यहाँ मनुष्यत्व की इन तीन ईन्द्रीयों पर बल देने का अभिप्राय यह है कि कोई भी मनुष्य परमेश्वर द्वारा तैयार की गई बातों को कभी समझ नहीं पाया है।
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# परमेश्वर ने अपने प्रेम करनेवालों के लिए जिन बातों को तैयार किया है।
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परमेश्वर ने अपने प्रेमियों के लिए स्वर्ग में अद्भुत आश्चर्य की बातें रखी है