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2021-08-16 21:23:19 +00:00
# सामानय जानकारी:
बुद्धि बोलना जारी रखती है।
# स्थिर
वह स्ठाई होने के लिए लाया गया था।
# गहरे सागर के सोते फूटने लगे
यह स्पष्ट रूप मे कहा जा सकता है कि “जब परमैश्‍वर गहराईयो से बोल रहे थे”।
# गहरे सागर के सोते फूटने लगे
पुराने समय इब्रानी लोगो ने सोचा कि सागर के समुद्र के तल पर झरने का पानी मिला।
# जब उसने समुद्र की सीमा ठहराई
जब उसने महा सागरो के लिए तट बनाए और उसनॆ सूखी भूमि को अलग किया।
# जब वह पृथ्वी की नींव की डोरी लगाता था
शब्द “पृथवी“ के लिए इब्रानी का अर्थ “भूमि है।
# जब उसने समुद्र की सीमा ठहराई, कि जल उसकी आज्ञा का उल्लंघन न कर सके
यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि “जब परमेश्‍वर ने पृथवी की नीव के लिए सीमा निर्धारित की”।