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991 B

सरगर्म हो और मन फिरा

" गंभीर हो और पश्चाताप कर"

मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूँ

"द्वार" हमारे जीवन या आत्मा का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें मसीह प्रवेश करना चाहता है.

मेरा शब्द सुनता है

"शब्द" मसीह की पुकार का प्रतिनिधित्व करता है.

द्वार खोलता है

इसका तात्पर्य मसीह का अपने जीवन में और इसमें उसका स्वागत करने से है.

उसके साथ भोजन करूँगा

इसका अर्थ सम्बन्ध, मित्रता और संगति से है.