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उसको तो तुमने परखा और जान भी लिया है

तीमुथियुस कैसे योग्य सिद्ध हुआ, स्पष्ट किया जा सकता है, “तीमुथियुस ने स्पष्ट प्रकट किया है कि वह मसीह की बातों में रूचि रखता है”।

जैसा पुत्र, पिता के साथ करता है, वैसा... ही उसने मेरे साथ परिश्रम किया।

पौलुस उसके साथ तीमुथियुस की सेवा की तुलना एक पिता के लिए युवा पुत्र की सेवा से करता है। पौलुस दर्शा रहा है कि मसीह की सेवा में उन दोनों का संबन्ध पिता-पुत्र का सा है।

सुसमाचार के फैलाने में

“मनुष्यों में शुभ सन्देश सुनाने में”

मुझे प्रभु में भरोसा है कि मैं आप भी शीघ्र आऊंगा

इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है,“मुझे पूरा विश्वास है कि प्रभु की इच्छा हुई तो मैं शीघ्र ही आऊंगा”।