hi_tn-temp/mat/22/05.md

442 B

x

यीशु धर्मगुरूओं को विवाह भोज का ही दृष्टान्त सुना रहा है।

वे उपेक्षा करके चल दिए

"आमंत्रित अतिथि

निमन्त्रण का मान नहीं रखा

"उसकी निमन्त्रण को गम्भीरता से नहीं लिया"