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यीशु तथा फरीसियों एवं शास्त्रियों में विवाद चल रहा है।
यशायाहः ने यह भविष्यद्वाणी ठीक ही की है।
वैकल्पिक अनुवाद, "यशायाह ने भविष्यद्वाणी में सच ही कहा है।"
द्वारा कहा गया था
वैकल्पिक अनुवाद, "जब उसने परमेश्वर का वचन सुनाया"
"ये लोग होठों से तो मेरा आदर करते हैं।"
वैकल्पिक अनुवाद, "ये लोग उचित शब्दों का उपयोग तो करते हैं।"
पर उनका मन मुझसे दूर रहता है।
वैकल्पिक अनुवाद, "ये मुझे सच में प्रेम नहीं करते हैं"
वे व्यर्थ मेरी उपासना करते हैं।
वैकल्पिक अनुवाद, "उनकी उपासना का मुझ पर प्रभाव नहीं पड़ता है" या "वे उपासना का केवल नाटक रचते हैं"।
"मनुष्यों की विधियों"
"मनुष्यों द्वारा बनाए गए नियम"