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यीशु उन नगरों की आलोचना करना आरंभ करता है जहाँ उसने पहले चमत्कार किए थे।
नगरों को उलाहना देने लगा।
यीशु लाक्षणिक प्रयोग द्वारा उन नगरों के निवासियों को गलत काम के विषय ठहराते हैं।
नगर
शहरी क्षेत्र
जिनमें उसने बहुत से सामर्थ्य के काम किए।
इसका अनुवाद कर्तृवाच्य क्रिया द्वारा किया जा सकता है।
सामर्थ्य के काम।
इसका अनुवाद किया जा सकता है, "आश्चर्यकर्म" या "शक्ति प्रदर्शन के काम" या "चमत्कार" (यू.डी.बी.)
क्योंकि उन्होंने अपना मन नहीं फिराया।
"उन्होंने" उन लोगों के संदर्भ में है जिन्होंने उन नगरों में पश्चाताप नहीं किया था।
हाय, खुराजीन! हाय, बैतसैदा!
यीशु इस प्रकार बोल रहा है कि मानों खुराजीन और बैतसैदा के निवासी सुन रहे हों परन्तु वे वहाँ नहीं हैं। (देखें: rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy)
खुराजीन.... बैतसैदा... सूर और सैदा
इन नगरों के नामों का लाक्षणिक प्रयोग किया गया है जो वास्तव में उनके निवासियों ने संदर्भ में है।
जो सामर्थ्य के काम तुम में किए गए, यदि वे सूर और सैदा में किए जाते।
इसका अनुवाद कर्तृवाच्य वाक्यों में किया जा सकता है, "यदि मैं सूर और सैदा में चमत्कार दिखाता"
हाय।
यहाँ एकवचन काम में लिया गया है।
वे कब के मन फिरा लेते।
"वे" सर्वनाम सूर और सैदा के लोगों के संदर्भ में है।
मन फिरा लेते
"वे पापों का दुःख प्रकट करते“
न्याय के दिन तेरी दशा से सदोम की दशा अधिक सहने योग्य होगी।
"न्याय के दिन परमेश्वर तुम्हारी अपेक्षा सूर और सैदा पर अधिक दया दिखाएगा" या "परमेश्वर, न्याय के दिन तुम्हें सूर और सैदा के निवासियों से अधिक दण्ड देगा" (देखें यू.डी.बी.) यहाँ सलंग्न जानकारी है, "क्योंकि तुमने मन फिराकर मुझमें विश्वास नहीं किया है जबकि तुमने तो मेरे चमत्कारों को देखा है"।
तेरी .... दशा से
"तेरी" सर्वनाम एक वचन में है और खुराजीन या बैतसैदा के लिए काम में लिया गया है।