hi_tn-temp/mat/10/14.md

2.0 KiB

x

यीशु द्वारा अपने सेवाकार्य के निमित्त बारह शिष्यों को भेजने का वृत्तान्त ही चल रहा है जिसका आरंभ में हुआ है।

जो कोई तुम्हें ग्रहण न करे और तुम्हारी बातें न सुने।

"यदि उस नगर में तुम्हें कोई ग्रहण न करे या तुम्हारी बातें न सुने।"

तुम ... अपने

अर्थात बारह प्रेरित (शिष्य)

तुम्हारी बातें न सुने

"तुम्हारा सन्देश न सुने" (यू.डी.बी.) या "तुम्हें जो कहना है, न सुने"।

नगर

इसका अनुवाद वैसे ही करें जैसे में किया है।

अपने पाँवों की धूल झाड़ डालो।

"उस घर या नगर की धूल अपने पाँवों में से झाड़ दो" यह एक चिन्ह है कि परमेश्वर ने उस घर या नगर के लोगों को त्याग दिया है। (देखें यू.डी.बी.)

अधिक सहने योग्य होगी।

पीड़ा कम होगी।

सदोम और अमोरा के देश

"सदोम और अमोरा के निवासियों से" जिन्हें परमेश्वर ने स्वर्ग से आग गिराकर भस्म कर दिया था।

उस नगर

जिस नगर के लोग प्रेरितों को ग्रहण न करें या उनका सन्देश न सुने।