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यीशु अपने शिष्यों को शिक्षा दे रहा है, यह घटना में आरंभ हुई थी।

यीशु जनसमूह से बातें कर रहा है कि व्यक्तिगत रूप से उनके साथ क्या हो सकता है। "तेरी", "तेरा" एकवचन में है परन्तु आपको इनका अनुवाद बहुवचन में करने की आवश्यकता हो सकती है।

शरीर का दीया आँख है।

"दीये के सदृश्य आँख आपको स्पष्ट देखने में सहायक होती है"।

यदि तेरी आँख निर्मल हो तो सारा शरीर भी उजियाला होगा।

यदि आपकी आंखें स्वस्थ हैं, यदि आप देख सकते है तो आपका संपूर्ण शरीर उचित रूप से काम करेगा, अर्थात आप चल सकते हैं, काम कर सकते हैं आदि। यह एक रूपक है जो परमेश्वर के समान देखने के लिए काम में लिया गया है, विशेष करके उदारता और लालसा के संबन्ध में। (देखें यू.डी.बी.)

आँख

इसका अनुवाद बहुवचन में करना होगा।

प्रकाश से भर जाओं।

यह समझ के लिए रूपक है।

यदि तेरी आँख बुरी है।

यह जादू नहीं है। वैकल्पिक अनुवाद, "तू वैसे नहीं देख सकता जैसे परमेश्वर देखता है"। यह लालसा के लिए भी रूपक हो सकता है। देखें यू.डी.बी., "तू कैसा लालची हो गया" और ).

जो ज्योति तुममें है वह वास्तव में अन्धकार है।

"जिसे तू ज्योति समझता है वह वास्तव में अन्धकार है।" यह एक रूपक है जिसका अभिप्राय है कि मनुष्य सोचता है कि उसका समझना ऐसा ही है जैसा परमेश्वर का समझना है जबकि वह वास्तव में वैसा समझता नहीं हैं।

वह अन्धकार कैसा बड़ा होगा?

अन्धकार में रहना बुरा है। अन्धकार में रहकर सोचना कि ज्योति में हैं तो वह और भी अधिक बुरा है।

वह एक से बैर और दूसरे से प्रेम रखेगा या एक के प्रति स्वामिभक्ति निभाएगा और दूसरे को तुच्छ जानेगा।

ये दो वाक्यांश एक ही बात का संदर्भ देते हैं, परमेश्वर और धन दोनों ही से प्रेम एवं भक्ति दिखाने में अयोग्य होना।

तुम परमेश्वर और धन दोनों की सेवा नहीं कर सकते।

"तुम परमेश्वर और धन दोनों की सेवा एक साथ नहीं कर सकते।"