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(यीशु धर्म-गुरूओं ही से बातें कर रहा है)

कौन ऐसी स्त्री होगी... वह दीया जलाकर... जब तक मिल न जाएं जी लगाकर खोजती रहेगी।

यह एक अलंकारिक प्रश्न है। यीशु अपने श्रोताओं को स्मरण करवा रहा है कि उनका चांदी का सिक्का खो जाए तो वे किसी भी प्रकार उसे खोज कर ही सांस लेंगे। इस वाक्य का अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “तुम जानते हो कि यदि कोई स्त्री अपने दस चांदी के सिक्कों में से एक को खो दे तो वह दीया जलाकर घर को पूर्णरूपेण झाड़कर उस सिक्के को खोज कर निकालेगी”।

कौन ऐसी होगी

यह एक काल्पनिक परिस्थिति है न कि किसी स्त्री की वास्तविक कहानी है। कुछ भाषाओं में इसे ज्यों का त्यों व्यक्त करने का प्रावधान होगा।

इसी रीति से

“इसी प्रकार” या जैसे लोग उसके साथ आनन्द मनाते हैं”।

एक मन फिराने वाले पापी

इसका अनुवाद होगा, “जब एक पापी पापों से विमुख होता है”