hi_tn-temp/luk/14/04.md

1.8 KiB

परन्तु वे चुपचाप रहे

धर्मगुरूओं ने यीशु को उत्तर नहीं दिया

उसने उसे छूकर

“यीशु ने उसको स्पर्श किया”

तुममें से ऐसा कौन है जिसका गधा या बैल कुएं में गिर जाए और वह सब्त के दिन उसे तुरन्त बाहर न निकाले?

यह एक अलंकारिक प्रश्न था जिसके द्वारा यीशु उनसे स्वीकार करवाना चाहता था कि वे सब्त के दिन अपने पशु को कुएं से खींचकर निकालने में परिश्रम करते थे। इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, यदि तुम में से किसी का बैल या गधा सब्त के दिन कुंएं में गिर जाए तो तुम अतिशीघ्र उसे खींचकर बाहर निकालोगे”

वे..... कुछ उत्तर न दे सके

इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “उनके पास इसका प्रत्युत्तर नहीं था”। इसका अर्थ यह नहीं कि उनके पास यीशु के प्रश्न का उत्तर नहीं था, वे जानते थे कि यीशु का कहना सत्य है परन्तु वे अपने मुंह से कहना नहीं चाहते थे।