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(यीशु उन सत्तर मनुष्यों को निर्देश दे रहा है जिन्हें वह भेजने पर है)।

वहां के लोग तुम्हें ग्रहण करें

“यदि वे तुम्हारा तिरस्कार करें”

तुम्हारे नगर की धूल भी, जो हमारे पांवों में लगी है, हम तुम्हारे सामने झाड़ देते हैं।

इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “जैसे तुम हमारा तिरस्कार करते हो वैसे ही हम भी तुम्हें पूर्णतः त्याग देते हैं। हम अपने पांवों से तुम्हारे नगर की धूल तक झाड़ रहे हैं, क्योंकि यीशु ने दो को साथ भेजा था इसलिए वे दोनों एक साथ कहेंगे। अतः जिन भाषाओं में प्रथम पुरूष (मैं) का द्विवचन है, उसका प्रयोग किया जाए।

तौभी यह जान लो कि परमेश्वर का राज्य तुम्हारे निकट आ पहुंचा है।

यह एक चेतावनी है जिसका अर्थ है, “यद्यपि तुम हमें स्वीकार नहीं इसका अर्थ यह नहीं कि परमेश्वर के राज्य के आ जाने के तथ्य का इन्कार होता है।”

परमेश्वर का राज्य तुम्हारे निकट आ पहुंचा है

“परमेश्वर का राज्य तुम्हारे चारों ओर है,”

मैं तुझ से कहता हूँ

यीशु उन सत्तर मनुष्यों से कह रहा था। जिन्हें वह भेज रहा था उसने ऐसा इसलिए कहा कि उसकी अग्रिम महत्त्वपूर्ण बात की ओर उनका ध्यान आकर्षित हो।

उस दिन

शिष्य समझ गए थे कि इसका संदर्भ "उस दिन" से है जब पापियों का न्याय किया जाएगा।

उस नगर की दशा से सदोम की दशा अधिक सहने योग्य होगी।

“सदोम को उस नगर के तुल्य कठोर दण्ड नहीं दिया जाएगा, “इसका अर्थ हुआ कि वह नगर सदोम से अधिक कठोर दण्ड पाएगा।