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(यीशु अपने शिष्यों को शिक्षा दे रहा है)

हाय तुम पर

यह उक्ति तीन बार दोहराई गई है यह “धन्य हो तुम” के विपरीत है। हर बार यह प्रकट करती है कि परमेश्वर का क्रोध उन पर है या उनके लिए भविष्य में कुछ हानि या बुराई है।

हाय तुम पर जो धनवान हो

“तुम धनवालों का कैसा दुर्भाग्य है। या तुम धनवानों पर संकट आएगा, इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “तुम धनवानों के लिए कैसी दुःख की बात है” या “तुम धनवानों को कैसा दुःख होगा”।

तुम ... पा चुके

“तुम्हें तो सब कुछ बहुतायत से मिल रहा है” या “तुम्हें तो सब कुछ मिल रहा है।”

अपनी शान्ति

“तुम्हें सुख देनेवाली बात” या “तुम्हें सन्तोष प्रदान करनेवाली बात” या “तुम्हारा आनन्द”

तृप्त हो

“जिनके पेट भरे हुए हैं”, या “वो जो खूब खाते हो”

अब हंसते हो

“अब आनन्दित हो”