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परमेश्वर की ओर से जिब्राइल स्वर्गदूत... भेजा गया।

इसे कर्तृवाच्य में अनुवाद किया जा सकता है, “परमेश्वर ने जिब्राईल स्वर्गदूत से कहा कि वह जाये।”

मंगनी

“विवाह करने की प्रतिज्ञा” या “शपथ” ली थी। अर्थात मरियम के माता पिता ने मरियम का विवाह युसूफ के साथ करने का वचन दे दिया था।

उसके पास भीतर आकर

“जहाँ मरियम थी वहां आया" या “जहाँ मरियम थी वहां गया”।

आनन्द और जय तेरी हो

“आनन्द” या “मगन हो” यह उस समय के सामान्य अभिवादन थे।

परमेश्वर का अनुग्रह हुआ है।

इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “तू जो अनुग्रह में सर्वोच्च है” या “तू जिसे अनुग्रह प्राप्त हुआ है" या “तू जिसने दया प्राप्त की है”।

बहुत घबरा गई

“विचलित हुई” या “डर कर विमूढ़ हो गई”

यह किस प्रकार का अभिवादन है?

मरियम शब्दों का अर्थ तो समझती थी परन्तु वह समझ नहीं पा रही थी कि वह स्वर्गदूत ऐसा अभिवादन क्यों कर रहा है