यीशु सब श्रोताओं से बातें कर रहा है। (यूह. 06:32/6:32)
यीशु को विश्वास के द्वारा ग्रहण करना अनन्त जीवन उसी प्रकार देता है जिस प्रकार भोजन-पानी शरीर का पोषण करते हैं।