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885 B

परिपूर्णता

यह शब्द परमेश्वर के अनुग्रह के संदर्भ में है जिसका कोई अन्त नहीं।

वरदान पर वरदान

"आशिषों पर आशिषें"

एकमात्र मनुष्य, स्वयं परमेश्वर

एकमात्र मनुष्य, स्वयं परमेश्वर, इसका अर्थ हो सकता है, (1) "एकमात्र परमेश्वर" या (2) "एकमात्र पुत्र"

जो पिता की गोद में है

"जो सदैव पिता के पास रहता है", घनिष्ट संबन्ध का अभिप्राय प्रकट करता है। (देखेः )