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639 B

तुम ज्योति पाकर

“सत्य की शिक्षा पाकर”

निन्दा और क्लेश सहते हुए तमाशा करे

“मनुष्यों ने सबके सामने तुम्हारा अपमान करके और सताकर तुम्हारा ठट्ठा किया”।

तुम

निन्दा करनेवालों, कारागार में डालने वालों और सम्पत्ति लूटनेवालों के विपरीत विश्वासी