817 B
817 B
दाखरस से मतवाले न बनो
“मदिरा पीकर बेसुध न हो”
पर आत्मा से परिपूर्ण होते जाओ
“इसकी अपेक्षा पवित्र आत्मा से भर जाना अच्छा है”
आपस में भजन और स्तुतिगान और आत्मिक गीत गाया करो”
“परमेश्वर की स्तुति में विभिन्न गीत गाओ”
परमेश्वर पिता का धन्यवाद करते रहो
“सदैव धन्यवाद देते रहो”
अधीन रहो
“दीनतापूर्वक अधीन रहो”