hi_tn-temp/act/24/14.md

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हाकिम फेलिक्स के सामने पौलुस अपनी बात जारी रखता है।

यह मैं तेरे सामने मान लेता हूँ

“मैं यह तेरे सामने स्वीकारता हूँ” या कि “मैं तेरे आगे अंगीकार करता हूँ”

जिस पंथ को वे कुपंथ कहते हैं

“वे जिसे अधर्म कहते हैं”

“अपने बापदादों के परमेश्वर”

इसका आशय यह है कि पौलुस एक प्राचीन धर्म का पालन करने का दावा कर रहा है, और इसलिए यह एक नया, बदनाम “कुपंथ” नही है।

धर्मी

“धर्मी लोग”

यत्न करता हूँ

"मैं व्यायाम करता हूं" या “मैं अभ्यास करता हूँ”

परमेश्वर की... और

"परमेश्वर की .....उपस्थिति में"