hi_tn-temp/act/12/05.md

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बंदीगृह में पतरस की रखवाली हो रही थी

बंदीगृह में पतरस की रखवाली हो रही थी -वे लगातार उस पर नज़र रखे थे

लौ लगाकर

अर्थात “पूरी निष्ठा से लगातार” अथवा, “समर्पण भाव के साथ बिना रुके”

कलीसिया

यरूशलेम के विश्वासी प्रार्थना कर रहे थे, या फिर, यरूशलेम की कलीसिया प्रार्थना कर रही थी

उसके लिए

“पतरस के लिए”

जब हेरोदेस उसे उनके सामने लाने को था

“जब हेरोदेस पतरस को मृत्यु दंड देने के लिए बाहर लाने को था”

पतरस दो जंजीरों से बंधा था

“पतरस दो जंजीरों में जकड़ा हुआ था”

रखवाली कर रहे थे

“पहरा दे रहे थे”